Thursday, June 3, 2010


नगर पालिका द्वारा अशोकचंद मालू शिक्षा संस्थान को अवैधानिक रूप से ६ लाख के विकास शुल्क की माफी
उपयंत्री संतोष तिवारी संदेह के घेरे में
(पिंकी उपाध्याय)

सिवनी-:सिवनी एस.डी.एम. राजेश जैन द्वारा पारित आदेश क्रमांक २०३/२-२००९ दिनांक ०८/०५/२००९ जिसके पांचवे बिंदु में यह आदेशित किया गया था कि ''आवेदक समिति उक्त शैक्षणिक संस्थान पर बिजली, पानी निकासी आदि के लिये नाली, सड़के, पहँुच मार्ग, पीने का पानी की व्यवस्था भी स्वयं के स्तर से करने के लिये बाधित होगी'' इस आधार पर नगर पालिका परिषद सिवनी द्वारा प्रार्थी समिति से अनुज्ञा शुल्क ११२५०, प्लाट कर १३०७४ जलकर ५११८०, अन्य उपकर १०२३६० कुल १७८३८७ रूपये जमा कर निर्माण स्वीकृति दे दी गई जबकि १५ रूपये प्रति वर्ग फुट के हिसाब से लगने वाले विकास शुल्क जो लगभग ६ लाख रूपये होता है माफ कर दिया गया इस संबंध में उपयंत्री संतोष तिवारी से बात करने पर उन्होने कहा कि ऐसा एस.डी.एम. महोदय के आदेश से किया गया हैं।
नगर पालिका की नोट शीट के अनुसार प्रकरण में संलग्र रजिस्ट्री सत्यापन के अनुसार प्रकरण में ''अ'' कार्यालय अनुविभागीय अधिकारी सिवनी राजस्व व्यपवर्तन प्रकरण क्रमांक २०३/२ वर्ष २००९ ग्राम सीरदिवान पटवारी हलका नंबर ५६ रा.वि.मं.सि. भाग २ तहसील व जिला सिवनी के पारित आदेश की शर्त क्रमांक १ से ८ तक पालन करना एवं शर्त क्रमांक ५ में स्व. अशोकचंद मालू शिक्षा संस्थान सिवनी के सचिव द्वारा स्वयं के व्यय पर पेयजल व्यवस्था, विद्युत स्ट्रीट लाईट की व्यवस्था, मल-मूत्र निकासी, नाली निर्माण, सड़के पहँुच मार्ग स्वयं के व्यय पर मूलभूत सुविधायें उपलब्ध कराये जाने की शर्त पर अनापत्ति प्राप्त है भविष्य में नगरपालिका को उक्त संस्थान द्वारा कोई भी सुविधा उपलब्ध नहीं कराई जायेगी सचिव शिक्षा संस्थान स्वयं मूलभूत सुविधा मुहैया करवायेंगे इस शर्त पर निर्माण स्वीकृति हेतु जानकारी अवलोकनार्थ पेश हैं।
इस प्रकरण में यह स्पष्ट निर्देशित होता है कि एस.डी.एम. सिवनी द्वारा जारी आदेश का अर्थ का अनर्थ निकालते हुये अनुचित तरीके से विकास शुल्क माफ किया गया हैं इस संबंध में मुख्य नगरपालिका अधिकारी संपूर्ण जानकारी उपयंत्री संतोष तिवारी से लेने के लिये कहते है एवं संतोष तिवारी द्वारा संपूर्ण कार्य का भार मान. अनुविभागीय अधिकारी के ऊपर डाला जा रहा हैं। कुल मिलाकर अशोक मालू शिक्षा संस्थान को विकास शुल्क में दी जाने वाली राहत में कहीं न कहीं तो धांधली हुई हैं जनहित में पिंकी उपाध्याय एवं गोलू सक्सेना द्वारा इस विषय में एस.डी.एम. सिवनी को जाँच हेतु आवेदन दिया गया हैं जिसमें एस.डी.एम. राजेश जैन द्वारा नगर पालिका परिषद सिवनी को कारण बताओ नोटिस तत्काल जारी करने का आदेश दे दिया गया था किंतु विगत दिवस ही एस.डी.एम. राजेश जैन अपने पद से रिलीफ होकर मंदसौर स्थानांतरित हो गये हैं अब देखना यह है कि यह मामला यही दबा दिया जाता है या न्यायोचित कार्यवाही होगी।

हिमाचल प्रदेश की राज्यपाल महामहिम उर्मिला सिंह अल्प समय के लिये सिवनी आई
सिवनी-:आज दोपहर १२ बजे स्थानीय सर्किट हाऊस में हिमाचल प्रदेश की राज्यपाल महामहिम उर्मिला सिंह का आगमन हुआ आपने सिवनी आकर कुछ समय विश्राम किया एवं सिवनी के पुराने परिचित जिनमें संजय बघेल, प्रदीप बघेल, सुनील बघेल, आशीष सक्सेना, राकेश उपाध्याय, अनिल सिंघानिया, पप्पू खुराना, संजय भारद्वाज से वार्ता की महामहिम के स्वागत में जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. रमनसिंह सिकरवार एवं संपूर्ण पुलिस अमला तहसीलदार दिनेश सावले एवं अन्य विभागीय प्रमुख मौजूद थे विश्राम के पश्चात आप दोपहर ३ बजे नागपुर की ओर रवाना हुई।

सिवनी आरटीओ चला रहे ईश्वर सिंह बघेल
अधिकारियों का पूर्ण संरक्षण प्राप्त
(पिंकी उपाध्याय)

सिवनी-:सिवनी आरटीओ कार्यालय में आज से १० वर्ष पूर्व ईश्वर सिंह बघेल एक निम्र स्तरीय आरटीओ एजेंट के रूप में कार्य करते थे किंतु अधिकारियों की कृपा के चलते २००३ में एक ट्रेक्टर एजेंसी के मालिक बन गये इनके द्वारा ट्रेक्टरो की ट्राली बेचने का कार्य भी किया जाता था किंतु इनके द्वारा बेची गई एक भी ट्राली का आरटीओ मे रजिस्ट्रेशन नही कराया गया यह इनकी आरटीओ अधिकारियों के साथ चलते दबदबे की ओर स्पष्ट इशारा हैं इसी कार्य के चलते हाऊसिंग बोर्ड कालोनी में आलीशान मकान एवं गोदाम भी बनाया गया किंतु ये सब तो दिखावा था वर्तमान में ईश्वर सिंह बघेल किसी बड़े व्यापार में संलग्र नहीं हैं किंतु वर्तमान अतिरिक्त क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी अनिल कुमार श्रीवास्तव जी के आते ही पुन: ईश्वर सिंह बघेल अपने रूतबे में आ गये वे आरटीओ में कोई गाड़ी का पंजीयन या लाईसेंस बनवाने में सहयोग नहीं करते हैं किंतु पूरे समय आरटीओ ऑफिस में ही रहते हैं आरटीओ में कार्यरत सभी कर्मचारी उन्हें सहायक आरटीओ जैसा सम्मान देते है आरटीओ में कोई भी कठिन कार्य कराना हो तो ईश्वर सिंह बघेल के पास जाने की सलाह दी जाती हैं।
इसी संबंध में जब हमने ईश्वर सिंह बघेल से बात करनी चाही तो बड़े हास्याप्रद तरीके से उन्होनें गमछे से अपना मुंह छुपा लिया एवं इस संबंध में बात करने से मना कर दिया और जैसे ही हमने उनकी ओर से मुंह मोड़ा वे दोड़कर आरटीओ के बाहर भाग गये इसके तुरंत बाद अतिरिक्त क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी अनिल कुमार श्रीवास्तव जी अपने केबिन से नीचे आकर हमारे संवाददाता से आने का कारण पूछने लगे समुचित जबाव मिलने पर वे भी आरटीओ कार्यालय से बाहर चले गये पुन: बाहर पान की दुकान में ईश्वर सिंह बघेल से बात करनी चाही गई तो फिर उन्होने मुंह छुपा लिया इस बात से यही निर्णय निकाला जा सकता हैं कि 'चोर की दाढ़ी में तिंनका'।



तेज हवा धंूध ने रजवाड़ा लॉन को तहस-नहस कर दिया
(पिंकी उपाध्याय)


सिवनी-:आज दोपहर २ बजे तेज हवा के साथ हुई बारिश के चलते नगर के समीपस्थ जबलपुर रोड में स्थित ग्राम लूघरवाड़ा में राजस्थानी संस्कृति के आधार पर बने रजवाड़ा लॉन तहस-नहस हो गया एक तो लॉन के सामने का पेड़ गिर गया दूसरा पेड़ लॉन के अंदर गिर गया इसके अतिरिक्त इस लॉन की चार दीवारी जो बांस के उत्कृष्ट प्रयोग से बनाई गई थी पूर्णत: क्षतिग्रस्त हो गई और लॉन में बने झोपड़ो की छप्पर उड़ गई और होर्डिंग भी धाराशाही हो गई इस प्राकृतिक कहर में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई हैं किंतु लगभग २ लाख रूपये का नुकसान हो गया हैं।
मंडला में हुये बम विस्फोट का सिवनी में विरोध
पिंकी उपाध्याय

सिवनी 25 मार्च मंडला में रामनवमी ष्षोभायात्रा में हुये बम विस्फोट का विरोध दिनांक 25 मार्च 2010 को सिवनी में दोपहर 12ः00 बजे छिन्दवाडा चौंक से ष्षुरू किया गया इस घटना की निंदा करते हुये बजरंग दल, हिन्दू उत्सव समिति, क्रांति सेना, द्वारा ष्षांति पूर्वक व्यापारियों से दुकान बंद करने की अपील की गई थी क्योंकि बंद का आब्हान छिन्दवाडा चौंक से किया गया था अतः रोड़ के किनारे वाहनो की भीड लग गई थी एवं आक्रोषित जनता ने टायर जलाकर इस निंदनीय घटना के विरोध में अपना आक्रोष प्रकट किया था जबकि इस समय बजरंग दल, हिन्दू उत्सव समिति, क्रांतिसेना द्वारा ष्षांति पूर्वक इस घटना के विरोध में व्यापारियों से अपना प्रतिष्ठान बंद कर विरोध व्यक्त करने की अपील की जा रही थी व्यापारियों द्वारा सहयोग प्रदान करते हुये महावीर मढिया तक दुकाने बंद कर दी गई थी एवं बंद का आव्हान करने वालो के साथ जय श्री राम के नारे भी व्यापारियों द्वारा लगाये गये थे ।
पुलिस द्वारा समझाइष दी गई
बंद का आव्हान जैसे ही ष्षुरू किया गया वैसे ही घटना स्थल पर नगर पुलिस निरीक्षक दीपक मिश्रा अपने दल, बल के साथ पहुंच गये उन्होने आते ही यह कहां कि चका जाम करने के विषय में हाईकोर्ट द्वारा स्पष्ट निर्देष दिये गये है कि यह कानूनी प्रक्रियां के खिलाफ है नगर निरीक्षक की बातों को मानते हुये कार्यकर्ताओं द्वारा तत्काल सडक एवं सडक के किनारे से अपने वाहनो को अलग कर दिया गया जब यह देखा गया कि इस विरोध से ष्षांति व्यवस्था भंग हो सकती है तो बंद का आव्हान करने वालो को गिरफतार कर सिवनी कोतवाली में ले जाया गया कोतवाली में नगर निरीक्षक द्वारा कार्यकर्ताओं को कहां गया कि अगर नेता बनना है तो जेल तो जाना ही पडेगा।
जैसे ही कार्यकर्ताओं को कोतवाली लाया गया उसी समय मामले की गंभीरता को देखते हुये पुलिस अधीक्षक रमन सिंह सिकरवार एवं कलेक्टर श्री मनोहर दुबे थाने मेें पहुच गये आते ही उन्होने समस्त पत्रकारों को कोतवाली के बाहर जाने को कहां एवं कार्यकर्ताओं के मोबाईल को जप्त करने का आदेष देते हुये उन्हे गिरफतार कर धारा 151 कायम करने का आदेष दिया इसी क्रम में पुलिस द्वारा एक वाहन बुलेरो क्रमांक एम.पी.-22-सी.ए.-0382 को भी थाने में खडी कराया गया पुलिस का यह कहना है कि इस वाहन का प्रयोग छिन्दवाडा चौक में टायर ले जाने हेतु किया गया था जब हमारे संवाददाता ने इस विषय में पुलिस अधीक्षक बात करनी चाही तो अधीक्षक महोदय ने कहां कि बाद में बात करेंगें ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस द्वारा बाबा पाण्डे, संजय, गप्पू तिवारी, कृष्णा एवं वाहन चालक सुनील धुर्वे के खिलाफ धारा 151 का प्रकरण बनाकर उन्हे सिवनी सर्किल जेल पहुचा दिया गया है ।

वन रक्षक ही बने भक्षक

सिवनी वन रक्षक ही भक्षक बन गये है एवं उनके द्वारा खुले आम पुराने कागजों के आधार पर हरे-हरे वृक्ष काटकर अवैध रूप से वना का दोहन किया जा रहा है कुछ ऐसा ही आमागढ वन परिक्षेत्र में देखने को मिला है जहां एक वन रक्षक ही अवैध रूप से लकड़ी के गीले चट्ठो को अपने घर में रखा हुआ है ।
मामले की सूचना पर वन विभाग के अमले ने मौके पर पहुचकर पंचनामा बनाकर जप्ती की कार्यवाही की। प्राप्त जानकारी के अनुसार आमागढ में पदस्थ रविन्द्र राठी अपने ही साथी वन रक्षक ओम चंदेनिया व ट्रैक्टर मालिक मनीराम चौरसिया के साथ 4 जलाउ लकड़ी के चटठे जो कि गीले थे कटवा दिया था एवं उसे अपने डोरली छतरपुर में बने मकान में रखवा दिया था। जिसकी सूचना मुरलीमनोहर सिंह ने वन विभाग के अधिकारियों को दी पूछताछ में वन रक्षक राठी ने कवूल किया कि ये लकड़ियां उसने ही कटवाई थी ।
वन रक्षक राठी ने यह भी बताया कि वन सुरक्षा समिति के अध्यक्ष जीवन सिंह सूर्यवंषी, रेंजर गंगाराम धूरिया, डिप्टी रेंजर गंगाराम उईके द्वारा इसके पूर्व ना जाने कितने चटठे पार लगाये गये थे लेकिन जब उसने यह सोंचा कि जब ये लोग लकड़िया ले जा सकते है तो मै क्यों नहीं बस यहीं गलती उससे हो गई। वन विभाग के अधिकारियों की मनमानी के चलते इस क्षेत्र में वेखोफ लकड़ियों की कटाई जारी है और इसमें कई बडे उच्चाधिकारी भी लिप्त है ।