Saturday, June 19, 2010

आरटीओ के संरक्षण में निजी बस ऑपरेटरो द्वारा मनमाने किराये की वसूली जारी



सिवनी-:नगर से बड़े-बड़े शहरो एवं गांवो की ओर आने जाने के लिये निजी बसो की भरमार हैं बस ऑपरेटरो की मनमानी और बस स्टेंड में चलती अव्यवस्थाओं के चलते आम यात्री इस समय सबसे ज्यादा परेशान हैं जिसमें सबसे बड़ी मुसीबत मनमाने ढंग से यात्री किराया बढ़ाने की हैं इस समय बस संचालकों ने जो किराये का निर्धारण किया हैं वह यात्रियों के गले नहीं उतर रहा हैं इसी कारण निजी बस स्टेंड में आये दिनो विवाद की स्थिति निर्मित हो रही हैं।
अधिकतम निजी बसो का शहर में प्रवेश नहीं हो पा रहा हैं इन बसो के शहर के अंदर न आने से जहां यात्री परेशान हैं वही ऐसी दशा में ज्यादा किराया लेना परेशानी को और बढ़ा देता हैं जैसे सिवनी से जबलपुर जाने का किराया ८० रूपये हैं तो बस ऑपरेटर ९० और १०० रूपये वसूलते हैं इसी प्रकार नागपुर जाने का किराया भी ८० रूपये है जो ९० और १०० रूपये तक लिये जाते हैं गांव देहात के यात्रियों के लिये यह अंतर बहुत होता हैं किंतु डर के मारे वे किराया दे देते हैं जब यह स्थिति स्थानीय यात्रियों के साथ होती हैं तो विवाद की स्थिति बन जाती हैं।
कई स्थानो के किराये निश्चित न होने के कारण जैसे भोपाल, रीवा, जबलपुर, नागपुर समेत अन्य शहरो के लिये जाने वाली बसो में किराया निर्धारित नहीं हैं जिसके कारण कुछ बस ऑपरेटर प्रतिस्पर्धा में कम किराया लेते हैं तो सुविधा के नाम पर कुछ किराया बढ़ा देते हैं।
नियम यह है
आरटीओ विभाग द्वारा किराया सूची जारी की गई हैं जिसे बसो में लगाना अत्यंत आवश्यक हैं किंतु कोई भी बस ऑपरेटर अपनी सेटिंग के चलते अपने बसों में किराया सूची लगाना जरूरी नहीं समझता आज निरीक्षण करने पर किसी एक भी बस में किराये की सूची नहीं लगी थी।
सो रहा आरटीओ प्रशासन
बस ऑपरेटरों की इस कार्यप्रणाली से लिये जा रहे किराये के खिलाफ आज तक आरटीओ विभाग द्वारा क्यों एक भी कार्यवाही नहीं की गई क्यों परिवहन विभाग अपनी जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ रहा हैं मामला सीधा हैं कार्यवाही न होने से बस ऑपरेटर और टिकिट एजेंट को मनमाना फायदा होता हैं और जब इन्हें फायदा हो रहा हैं तो आरटीओ को इसका फायदा मिलेगा ही

करोड़ो रूपये दलसागर के सौंदर्यीकरण बावत आये थे किंतु ढीले ढाले कामकाज के चलते निर्माण कार्याे में ४० लाख रूपये ही खर्च हो पाये और वर्षा के कारण कामकाज

नगर पालिका ने निजी बोर में हैंडपंप लगाकर वाह वाही लूटी





जबकि बोर से १० मीटर दूर लगा है नगर पालिका का हैंडपंप
(पिंकी उपाध्याय)


सिवनी-:सत्ता की क्या महत्ता होती हैं आज यह बात पूर्व पार्षद अनिरूद्ध मिश्रा की समझ में आ गई हैं वे विगत १५ दिनों से अपना उपचार कराने नागपुर क्या गये उनके निजी बोर पर लालबहादुर शास्त्री वार्ड पार्षद श्रीमति विमला पाराशर के सौजन्य से हैंडपंप लगा दिया गया जब श्री मिश्रा ईलाज कराकर वापस लौटे तो उन्हें यकीन नहीं हुआ कि उनके द्वारा कराये गये निजी बोर पर नगर पालिका परिषद सिवनी का हैंडपंप लगा हुआ था डॉक्टरो द्वारा आपको स्वस्थ्य होने तक अंधेरे कमरे मे रहने की सलाह दी गई हैं इस संबंध में श्री मिश्रा द्वारा सीएमओ नगर पालिका को कई बार फोन लगाने का प्रयास किया गया किंतु उनसे बात नहीं हो पाई हमारे प्रतिनिधि के माध्यम से नगर पालिका अध्यक्ष राजेश त्रिवेदी को इस बात से अवगत कराया गया किंतु वे किसी आवश्यक कार्य से नागपुर गये हुये थे अत: उन्होनें इस संबंध में कल बात करने को कहा श्री मिश्रा ने यह शिकायत की कि वार्डवासी रात भर हैंडपंप से पानी भरते हैं जिसके कारण उनका सोना दूभर हो गया हैं जब अनिरूद्ध मिश्रा जैसे सक्षम व्यक्ति के साथ ऐसा हो रहा हैं तो आम आदमियों का क्या होगा...?