Friday, June 25, 2010

आदिवासी क्षेत्रों से कच्ची शराब बरामद



सिवनी-:दुनिया जहां २१वीं सदी के युग में प्रवेश कर गई है किंतु इस जिले में व्याप्त आदिवासी क्षेत्रों में अभी लोग वैसे ही जीवन यापन कर रहे है जैसे पुरातन में करते थे। इसका आशय इस बात से लगाया जा सकता है कि जिले के आदिवासी क्षेत्रों में आज भी कच्ची शराब बनाने का प्रचलन जारी है। बताते हैं कि कुरई आदिवासी क्षेत्र में पुलिस द्वारा एक गांव में दबिश देकर लगभग २०० लीटर कच्ची शराब का जखीरा बरामद किया और साथ ही इस मामले में ३ लोगों को आरोपी बनाया है। थाना कुरई में पदस्थ सहायक उपनिरीक्षक श्री पांडे से प्रदत्त जानकारी अनुसार कुरई थाना के पूर्व क्षेत्र में ७ किमी दूर स्थित ग्राम सांवरी बीट में मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई थी कि बोदानाला में कुछ लोगों द्वारा भारी मात्रा में शराब बनाई जा रही है उक्त सूचना पाकर एएसआई श्री पांडे सदलबल बोदानाल दोपहर लगभग ३ बजे पहुंचे और नाले के नीचे शराब बनाने के जखीरे को देखकर वह स्वयं चकित हो गये। उसके पश्चात श्री पांडे द्वारा इस जखीरे को आरोपियों सहित पकत्रडने के लिए व्यूह रचना तैयार की गई और योजनानुसार वहां दबिश दी गई। जिसमें पुलिस को लगभग ६ ब्लाडर कच्ची दारु से भरे, ३ गंजे एल्युमीनियम के, ३ बुल्ली सहित १८५ लीटर शराब जप्त हुई। पुलिस द्वारा इस कच्ची शराब के धंधे को संचालित करने वाले गिरोह रानू पिता प्यारेलाल मर्सकोले निवासी सांवरी बीट, भागचंद पिता रामलाल परते निवासी सांवरी बीट, महेश पिता फकीरा उईके को भी हिरासत में लेकर थाना कुरई लाई। जहां उनके विरुद्ध आबकारी अधिनियम के तहत ३४(२) का मामला पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।

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